विद्युत पेंशनर फोरम की मासिक बैठक का आयोजन
विद्युत पेंशनर फोरम की मासिक बैठक का आयोजन
सरदार संतोष सिंह जी वरिष्ठ पेंशनर एवं पूर्व कर्मचारी नेता की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें लगभग 72 पेंशनरों ने भाग लिया। बैठक को संबोधित करते हुए अमर नाथ सेठी ,प्रदेश उपाध्यक्ष ने 12 अगस्त को मुख्य मंत्री सुखविंदर sukhu की अध्यक्षता में संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेश प्रतिनिधियों से सफल वार्ता हुई थी जिसकी जानकारी आम सभा में सदस्यों को दी गई ।बैठक को संबोधित करते हुए सर्व धर्म चंद,सतीश कुमार जिला सदस्य,कमर चंद,अमर सिंह, ई एस एल भाटिया संस्थापक अध्यक्ष,संतोष शरोत्री सचिव, ई आर के पठानिया सेवानिवृत मुख्य अभियंता,इत्यादि ने लंबे समय से लंबित पड़े पेंशनरों के अनेक बकायों को न देने का रोष व्यक्त किया। तीन सेवानिवृत कर्मचारी स्वर्गीय राजीव शर्मा,किशोरी लाल चौधरी,विधि चंद के निधन पर दुख व्यक्त करके 2 मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई ओर बकायों का इंतजार करते 2 स्वर्ग सिधार गए। श्री शशि गुप्ता वित सचिव ने वित्तीय स्थिति एवं खर्चे का ब्यौरा हाउस के समक्ष रखा।जनरल हाउस को संबोधित करते हुए अमर नाथ सेठी ने सरकार से हुई सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई सफल वार्ता ओर जिसके परिणाम स्वरूप संघर्ष को मुख्यमंत्री जी के सभी मसलों को आपसी सहमति से समाधान करने ओर बकायों के चरणबद्ध भुक्तान के आदेश देने बाद स्थगित कर दिया गया था।लेकिन दुखद बात यह है कि अभी एक माह बीत जाने के बाद भी मीटिंग के मिनिट्स नहीं निकाले जा सके हैं जिसके कारण सरकार की वायदा करने के बावजूद शंका पैदा होती है।पेंशनरों को चिंता है कि प्रशासनिक अधिकारी मुख्य मंत्री की कही हुई बातों को मिनिट्स ऑफ मीटिंग न निकाल कर ओर मुख्य मंत्री महोदय द्वारा दिए गए निर्देशों को बोर्ड में लागू नहीं किया गया है तो इसमें सरकार की गरिमा और नियत पर शंका उत्पन्न हो रही है। जिसमें मुख्य तया ई लोकेश ठाकुर संयोजक,हीरा लाल वर्मा सहसंयोजक की चार्जशीट तो रद्द कर दिया गया है लेकिन उनको उनके पूर्व स्थानों पर नियुक्ति नहीं दी गई है। पेंशनरों ने बोर्ड प्रबंधक से मांग की है कि जिन पेंशन मामलों में दक्षता हासिल कर्मचारियों को पेंशन ब्रांच से हटा कर दूसरी जगह लगाया गया है उनको अपने स्थान पर पुनः लगाया जाए ताकि पेंशनरों के बाकी बचे मामलों को शीघ्र निपटाया जा सके। नीतीश भारद्वाज नादौन के प्रधान की चार्जशीट अभी भी लंबित है उसको भी वापिस ले कर कर्मचारी,पेंशनरों एवं सरकार के मध्य सौहार्दपूर्ण माहौल बनाया जाए जैसा कि मुख्य मंत्री की हार्दिक इच्छा है। सेठी ने सरकार से आग्रह किया है कि मुख्यमंत्री खुद इस बैठक में लिए निर्णयों की प्रगति के लिए हस्तक्षेप करें ओर जांच करें कि उनके आदेश क्यों नहीं लागू हुए अधिकारी जान बूझ कर सुलझा लिए मसलों को दुबारा उलझा कर टकराव पैदा करने में क्यों लगे हुए है उनकी मंशा क्या है यह भी गंभीर जांच का विषय है। अगर फिर भी कोई करवाई नहीं होती है तो टकराव की जिम्मेवारी सरकार ओर अधिकारियों की होगी जो उस बैठक में शामिल थे और पूरी वार्ता के दौरान उपस्थित थे।पेंशनरों ने ग्रेच्युटी,संशोधित वेतन मानो पेंशन ,महंगाई भत्ते इत्यादि बकायों के भुक्तान न होने से कर्मचारियों की मृत्यु तक हो गई वर्षों इंतजार करते करते । पेंशनरों ने संघर्ष के बाद सभी विकल्प खुले रखे है और बोर्ड के लोग न्यायलय में जाने की भी तैयारी कर रहे है। जारी करता। अमर नाथ सेठी प्रदेश उपाध्यक्ष विद्युत पेंशनर फोरम पालमपुर
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