“राजकीय महाविद्यालय चम्बा में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित”
“राजकीय महाविद्यालय चम्बा में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित”
चंबा : जितेन्द्र खन्ना /
सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश पुलिस सतर्कता विभाग के उत्तर क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक श्री बलबीर ठाकुर मुख्यातिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। इसके इलावा जिला चम्बा के सतर्कता विभाग के उप पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु वर्मा, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय चम्बा डॉ मदन गुलेरिया विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
उक्त जानकारी देते हुए प्रोफेसर अविनाश ने कहा कि इस जागरूकता सप्ताह का मनाया जाना भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में केंद्रीय सतर्कता आयोग की सहभागी सतर्कता पहलों में से एक है। यह एक जागरूकता निर्माण और आउटरीच उपाय है जिसका उद्देश्य सभी हितधारकों को एक साथ लाना है। यह शासन और लोक प्रशासन में नैतिकता और पारदर्शिता की आवश्यकता के बारे में अधिक संवेदनशीलता पैदा करने के लिए मनाया जाता है।
अपने सम्बोधन में पुलिस अधीक्षक श्री बलबीर ठाकुर ने कहा कि आयोग सभी नागरिकों के सक्रिय समर्थन और भागीदारी से ईमानदारी को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार उन्मूलन का प्रयास करता है। पिछले तीन वर्षों से, इस सप्ताह से पहले निवारक सतर्कता पहलों पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए एक अभियान चलाया जा रहा है। हर साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह 27 अक्टूबर 2025 से 2 नवंबर 2025 तक मनाया जाता है। इस वर्ष “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर यह सप्ताह मनाया जा रहा है।
इस सप्ताह मनाये का उद्देश्य देश में सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी को बढ़ावा देना और भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करना है।
यह शासन और लोक प्रशासन में नैतिकता और पारदर्शिता के प्रति अधिक संवेदनशीलता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। इसकी शुरुआत मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों, बैंकों और अन्य सभी संगठनों के लोक सेवकों द्वारा शपथ लेने के साथ हुई थी ।
इस सप्ताह में भ्रष्ट आचरण के विरुद्ध जागरूकता पैदा करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैँ। 2025 का विषय इस बात पर बल देता है कि सतर्कता केवल भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। नागरिकों, अधिकारियों और संगठनों को नैतिक आचरण को बढ़ावा देने और अनियमितताओं की रिपोर्ट करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए ताकि एक पारदर्शी प्रणाली का निर्माण हो सके। यह विषय सरकार के सहभागी शासन और सामाजिक जवाबदेही के व्यापक मिशन के अनुरूप है।
अपने सम्बोधन में उन्होंने युवाओं को नशीले पदार्थ, मादक पदार्थ तस्करी, नशे के कारण कूकृत्य तथा गैर सामाजिक कार्य करना तथा इसके दुष्प्रभाव तथा साइबर क्राइम के बार में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की । उन्होंने कहा कि नशाखोरी एवम नशीले पदार्थों का अवैध व्यापार भारत ही नहीं पूरे विश्व के लिए विक्राल समस्याएं हैं व इनसे लड़ना किसी चुनौती से कम नहीं है । युवाओं को नशा व नशे के सौदागरों से बचाना तथा इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना समाज के सभी वर्गो का महत्वपूर्ण कर्तव्य है ताकि राष्ट्र के कर्णधारों को नशे के दलदल से बाहर निकाला जा सके । उन्होंने सोशल साइट, फ़ेसबुक, व्हाट्सएप्प, ई- मेल इत्यादि के द्वारा आपके डाटा की चोरी व इसके प्रयोग दौरान होने वाले अपराधों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया । उन्होंने साइबर हैकिंग, ए पी के फ़ाइल, फ़ोन का आई एम ई आई, उसका उपयोग, यूजर नाम, पासवर्ड, सुरक्षित पासवर्ड, ऑनलाइन खरीददारी, खरीददारी के दौरान धोखाधड़ी, बैंक खातों से पैसा चोरी, ए टी एम से चोरी, यू एस बी, पेन ड्राइव, डेटा फॉर्मेटिंग, एन्टी थेफ़्ट अलार्म एप्प व इन सब के सुरक्षित उपयोग इत्यादि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी स्वयंसेवियों को प्रदान की ।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मदन गुलेरिया द्वारा मुख्यातिथि व विशिष्ट अतिथि को मफलर देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान प्रोफेसर परविंदर कुमार, प्रोफेसर नवनीत सिंह, सतर्कता विभाग से राजीव कुमार, अवनीश, नरेश, अवदेश व विद्यार्थी उपस्थित रहें।


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