भ्रष्टाचार, अव्यवस्था और वादाखिलाफी—कांग्रेस सरकार के 3 साल जनता के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात: विपिन सिंह परमार
भ्रष्टाचार, अव्यवस्था और वादाखिलाफी—कांग्रेस सरकार के 3 साल जनता के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात: विपिन सिंह परमार
धर्मशाला
भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष एवं सुलह विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन सिंह परमार ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर इसे हिमाचल के इतिहास के सबसे अंधकारमय, भ्रष्ट और वादाखिलाफी से भरे वर्ष करार दिया।
परमार ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए जनता से 10 गारंटियों का शोर तो बहुत मचाया था, लेकिन धरातल पर शून्य उपलब्धि, शून्य कार्य और 100% धोखा ही मिला है।
प्रदेश सरकार का यह कैसा जश्न जश्न भी प्रदेश सरकार वहां मना रही है जो जिला सबसे ज्यादा प्राकृतिक आपदा की मार झेला। मंडी जिले में इस प्राकृतिक आपदा में बस सर मंजर देखा है जिससे हर किसी इंसान का दिल दहल जाए लेकिन कांग्रेस की इस सरकार ने अपने 3 साल के जश्न को मनाने के लिए मंडी जिले को चुना। यह कैसी सरकार है प्रदेश की जनता इस सरकार को कभी माफ नहीं करेगी ।
एमबीबीएस, एनटीटी और पुलिस भर्ती में खुली लूट—युवा हुआ निराश
परमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में
एमबीबीएस एडमिशन में धांधली,
एनटीटी भर्ती में घोटाला,
पुलिस भर्ती में अनियमितताएँ
ने युवाओं के भविष्य के साथ निर्मम खिलवाड़ किया है।
परमार ने कहा कि शिक्षा और रोजगार में ऐसी लापरवाही युवा शक्ति का मनोबल तोड़ देने वाली है।
जिन संस्थानों से प्रदेश बना—कांग्रेस ने उन्हें बंद कर दिया
परमार ने बताया कि भाजपा सरकार द्वारा खोले गए
2000 से अधिक विद्यालय,
महाविद्यालय,
स्वास्थ्य संस्थान,
कांग्रेस सरकार ने एक झटके में बंद कर दिए।
उन्होंने कहा कि "जिस प्रदेश में भाजपा ने स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास की नई लकीरें खींचीं, वहां कांग्रेस ने उसी विकास को नष्ट करने की नीयत से संस्थानों पर ताला लगा दिया।"
एचपीटीडीसी के सरकारी होटल निजी कंपनियों को सौंपना—सीधा-सीधा घोटाला
परमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की अमूल्य सम्पत्ति एचपीटीडीसी के सरकारी होटलों को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लेकर
जनता की संपत्ति बेचने की शुरुआत कर दी है।
“यह हिमाचलवासियों के अधिकारों पर खुला हमला है,” परमार ने कहा।
किसान, बागवान, कर्मचारी—सबसे किया विश्वासघात
परमार ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि
300 यूनिट बिजली फ्री का वादा भी जुमला निकला,
कर्मचारियों के एरियर रोके गए,
ओपीएस का लाभ कम कर दिया गया,
किसान-बागवान बदहाल रहे,
और सरकार सिर्फ खाली घोषणाओं में मशगूल रही।
40,000 करोड़ रुपये का कर्ज — प्रदेश को दिवालिया करने की तैयारी
परमार ने कहा कि सिर्फ तीन वर्षों में कांग्रेस सरकार ने
40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लेकर
प्रदेश को आर्थिक दिवालियापन की कगार पर पहुंचा दिया है।
“प्रदेश पर बोझ बढ़ा है, विकास ठप पड़ा है और खजाना खाली।”
कानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट—शांत प्रदेश में फैल रहा अपराध
विपिन सिंह परमार ने कहा कि हिमाचल जो कभी शांत, सुरक्षित और खुशहाल राज्य माना जाता था, वहां
नशा,
अपराध,
महिला सुरक्षा से जुड़े मामले
तेज़ी से बढ़े हैं और सरकार आंख मूंदकर सो रही है।
जनता जाग चुकी है—2027 में कांग्रेस का जाना तय: परमार
अंत में परमार ने कहा कि जनता कांग्रेस की नाकामियों को बखूबी समझ चुकी है।
“2027 में हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार को ऐसे सबक सिखाएगी कि दोबारा प्रदेश में वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार और निकम्मेपन की सरकार न आ सके।


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