जो घर रहने लायक नहीं है उन्हें भी डैमेज डिक्लेयर करने का हो प्रावधान : जयराम ठाकुर
जो घर रहने लायक नहीं है उन्हें भी डैमेज डिक्लेयर करने का हो प्रावधान : जयराम ठाकुर
सड़कों की बहाली के लिए तत्काल बजट उपलब्ध कराने के लिए अजय टम्टा का आभार
प्रदेश भर में आपदा ने बहुत तबाही मचाई है सरकार के इंतजाम अभी नाकाफी हैं
मण्डी
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आपदा प्रभावित मंडी के सराज विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर आपदा प्रभावितों से मिले और उनका हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने प्रभावितों को राहत सामग्री भी बांटी और आर्थिक सहायता भी की। राहत सामग्री और आर्थिक सहायता प्रदेश और प्रदेश के बाहर के दानी सज्जनों द्वारा दी गई थी। लोगों के द्वारा दिए गए सहयोग के प्रति उन्होंने सभी आपदा प्रभावितों की तरफ से आभार भी जताया।
उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश में आपदा प्रभावितों से मिलकर आया हूं। हर बहुत व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है। सभी जगह आपदा प्रभावित एक ही शिकायत कर रहे हैं कि उनका घर अब रहने लायक रहा नहीं। उनमें में रहना खतरे से खाली नहीं है। परंतु पूर्ण क्षतिग्रस्त मकान घोषित करने के लिए सरकार के मानक अलग हैं। इसलिए उनके घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त घोषित नहीं हो रहे हैं। अतः सरकार द्वारा घोषित मुआवजा भी नहीं मिलेगा। अतः यह आग्रह है कि जो घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं और रहने लायक नहीं है उन घरों को भी पूर्ण क्षतिग्रस्त घोषित करने का प्रावधान किया जाए जिससे लोगों को राहत मिल सके। उन्होंने सरकार से प्रधानमंत्री द्वारा दी गई आर्थिक पैकेज को आपदा प्रभावितों तक जल्दी से जल्दी पहुंचाने की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि लोगों के जीवन भर की कमाई आपदा में नष्ट हो गई। 30 साल पहले जिस हालत में हमने यहां काम शुरू किया था आज की हालत में हम फिर पहुंच गए हैं। हम हिम्मती हैं, हम डरने वाले नहीं हैं। हम लड़ेंगे संघर्ष करेंगे और फिर से उठ खड़े होंगे। आपकी इस लड़ाई में हमारी पार्टी, हम एक दूसरे के साथ कंधे पर कंधा मिलाकर खड़े हैं। अपने दौरे के दौरान वह थाची के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात मिले। इसके बाद वह सोमगाड़ पंचायत के जैहरा गांव में आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में हर प्रभावित परिवार के साथ खड़े रहेंगे और उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, ताकि वे शीघ्र सामान्य जीवन की ओर लौट सकें साथ ही सरकार से भी प्रभावितों को शीघ्र राहत और पुनर्वास उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। जिससे जन जीवन सामान्य हो सके। उन्होंने कि आपदा बहुत बड़ी है और सरकार के इंतजाम नाकाफी हैं।
तत्काल सहायता उपलब्ध करवाने के लिए अजय टम्टा का जताया आभार
नेता प्रतिपक्ष ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा के द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर सड़कों के दुरुस्तीकरण के लिए तत्काल बजट का प्रावधान करने पर आभार जताया। उन्होंने बताया कि जून में मानसून के मौसम की शुरुआत से ही कीरतपुर मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मामूली भूस्खलन होते रहे। 25,26 और 27 अगस्त को अंजनी महादेव (सोलंग नाले के पास), मनालसू (पुराने मनाली के पास) और बड़ाग्राम (पतलीकूहल में) जैसी ब्यास नदी के नालों में अचानक बादल फटने के कारण ब्यास नदी में अचानक बाढ़ आ गई। पानी का तेज़ बहाव अपने साथ तेज़ गति से भारी पत्थर लेकर आया, जिससे कई स्थानों पर एनएच क्षतिग्रस्त हो गया। कुल्लू मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर तत्काल मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। एनएचएआई के अध्यक्ष ने तत्काल मरम्मत कार्यों के लिए 40 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत कर दिए हैं। बीते कल भी 201 करोड़ भी सड़कों के दुरुस्तीकरण के लिए स्वीकृत हुई है। एनएचएआई ने युद्धस्तर पर काम करते हुए, कुल्लू और मनाली के बीच के मध्यवर्ती स्थानों पर आवश्यक सेवाओं को प्रभावित न होने देने के लिए रायसन, पतलीकूहल, कलाथ, अलियो ग्राउंड जैसे संपर्क-बंद स्थानों की कनेक्टिविटी बहाल कर दी है। भूस्खलन हटाने वाली मशीनें मौके पर तैनात हैं और यातायात की आवाजाही बनाए रखने के लिए लगातार मलबा हटाया जा रहा है। कीरतपुर मनाली राजमार्ग के लिए लगभग 4000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से स्थायी सुरक्षा उपायों को लागू करने की योजना बनाई गई है। स्थायी उपायों में सुरंगों, पुलों, ढलान और नदी सुरक्षा कार्यों का प्रावधान शामिल होगा। इससे भविष्य में इन मार्गों पर होने वाले नुकसान को भी न्यूनतम जा सकेगा।
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