कुमारसैन के बरसात प्रभावित लोगों को अभी तक ना मिल पाया किराया ना राशन, सरकार ने केवल पकड़ाए नोटिस : भाजपा
कुमारसैन के बरसात प्रभावित लोगों को अभी तक ना मिल पाया किराया ना राशन, सरकार ने केवल पकड़ाए नोटिस : भाजपा
शिमला : गायत्री गर्ग /
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि हमने भाजपा के कुमारसैन इकाई के साथ इस क्षेत्र के कुमारसैन, ओडी, बढ़ोगी, बगैल, छबिशी, नारकंडा क्षेत्र का प्रवास किया और इस आपदा में बरसात में जो घर टूट गए हैं और उन लोगों को पुनर्वास करने को सरकार द्वारा बोल दिया गया है उन सभी से हमारा मिलना हुआ। उन्होंने कहा कि भाजपा का आरोप है कि जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए अभी तक सरकार ने उन सभी को ना कोई राशन की सुविधा दी गई है और ना कोई किराए का घर ? जैसे कि विदित है कि पूर्व में मुख्यमंत्री ने सभी बरसात प्रभावितों ने कहा था कि जिनको मकान किराए पर लेने होंगे उन लोगों को किराया दिया जाएगा, यह मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता थी। पर अभी तक इस प्रकार का कार्य सरकारी अधिकारियों ने नहीं किए हैं, जबकि उनको नोटिस थमा दिए गए हैं कि इन मकान को खाली करो ये घर अब रहने लायक नहीं है। मैं उस नोटिस की प्रतिलिपि भी आपके साथ शेयर कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि लेकिन अभी तक उन प्रभावित परिवारों को पुनर्वास के अंतर्गत कोई भी सुविधा और कोई वस्तु या सामान नहीं भेज गया है। केवल मात्र विंडो ड्रेसिंग कर सरकार अपना चेहरा बचने का काम का रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की यह मांग है की सरकार द्वारा इन प्रभावित परिवारों को पुनर्वास की दृष्टि से सभी सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जाए मकान का कराया एवं जिन वस्तुओं को देने बारे में सरकार ने कहा था वह जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। अभी तक स्थानीय लोगों ने आगे बढ़-चढ़कर इन प्रभावित परिवारों की मदद की और राशन भी उपलब्ध करवाया है पर सरकार आंखें मूंद कर सो रही है। उस क्षेत्र में सेब की पैदावार सड़ रही है, सड़के बंद पड़ी है, जनता का सेब मार्केट में नहीं पहुंच पा रहा है।
होने कहा कि दुख की बात तो यह है कि कांग्रेस के विधायक ने भी ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए केवल मात्र चलता फिरता दौरा किया और किसी भी प्रकार की ठोस मदद करने में इस क्षेत्र की विधायक नाकाम रहे है।
उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस सरकार को याद दिलाना चाहेंगे कि हिमाचल प्रदेश में आपदा प्रभावित परिवारों के लिए प्रदेश सरकार ने विशेष राहत पैकेज प्रदान करने का निर्णय लिया था। इस पैकेज के अंतर्गत जिन लोगों के मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें 7 लाख रुपए दिया जाने थे। जबकि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकान के लिए एक लाख रुपए दिया जाने थे। इसके अलावा क्षतिग्रस्त दुकान अथवा ढाबे के लिए एक लाख रुपए दिया जाना था। गौशाला के क्षतिग्रस्त होने पर अब 50,000 रुपए और किरायेदारों को सामान की हानि पर 50,000 रुपए तथा मकान मालिक को 70,000 रुपए की सहायता दी जानी थी। आपदा में बड़े दुधारू पशुओं की हानि पर अब 37,500 रुपए के बजाय 55,000 रुपए प्रति पशु की दर से मुआवजा दिया जाएगा, जबकि बकरी, सूअर, भेड़ व मेमने के नुकसान पर दी जाने वाली राशि को 9 हजार रुपए प्रति पशु कर दी गई है। पूरी तरह क्षतिग्रस्त पॉलीहाउस के लिए 25,000 रुपए और मकान से गाद हटाने के लिए 50,000 रुपए की सहायता दी जानी थी। पर अभी तक जनता को इस पैकेज का कोई लाभ नहीं हो पाया है।
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