इन्सान आज लालच में अपना कर्तव्य भुला और न इन्सानियत न जमीर बचा सिर्फ खुद गर्ज- वैटरन बालक राम शर्मा
इन्सान आज लालच में अपना कर्तव्य भुला और न इन्सानियत न जमीर बचा सिर्फ खुद गर्ज- वैटरन बालक राम शर्मा
बिलासपुर
1- बरर्ठीं भल्लू का हादसा अनदेखी व लापरवाही का परिणाम इसका कौन होगा जिम्मेदार और क्या होगा कोई एक्शन
2- शिकायत व सुचना देने पर भी अम्ल नहीं तो कौन होगा कसूरवार होगी कोई कार्रवाई
3- प्रशासन लाचार है शासन में अंधकार है किसी शिकायत व सुचना पर कोई कार्रवाई नहीं कोई एक्शन नहीं कोई इन्साफ नहीं और कोई जुबाब नहीं
4- आज आम गरीब असहाय समाज के लिए कोई रास्ता या विकल्प नहीं
5 आम गरीब असहाय लोगों को कोई सुनवाई नहीं न कोई पुछता है
6- स्थानीय लोंगों ने विभागीय अधिकारीगण को सुचना व शिकायत की थी परन्तु अनदेखी और लापरवाही का नतीज़ा
7- समाज के लोगों से बिनम्र अपील जागो और जगाओ आगे आओ
बिलासपुर 09 भारतीय जवान किसान पार्टी के राष्ट्रीय मीडिय प्रभारी व पार्टी प्रदेशाध्यक्ष वैटरन बालक राम शर्मा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि आज का इन्सान लालच व खुद गर्जी में इतना अंधा हो चुका है कि न इन्सानियत रही न उसका जमीर बचा इन्सान लालच में इतना बदल गया कि रिस्ते नाते इन्सानियत भाव या किसी की परवाह किए बिना कुछ भी करने का तैयार है जो समाज के लिए बहुत गंभीर समस्य बन कर उभर चुकी है कुछ इन्सान चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते क्योंकि कोई उसका साथ नहीं देता इन्सान लालच में इतना अंधा है कि उसे बड़ा बनने यानी सुपीरियर बनना चाहता है भले ही कोई भी किरदार निभाना पड़े बड़े आफ़सोस व चिंता का विषय बन गया है।
प्रदेशाध्यक्ष वैटरन शर्मा ने आगे कहा कि प्रशासन नेताओं के चुंगल से बाहर नहीं निकल सकते क्योंकि उनको अपने स्थानांतरण का भय सताता है और विभागीय लोग भ्रष्टाचार का साथ देते है अपनी जिम्मेवारी अपना फ़र्ज व दायित्व और कर्तव्य को निष्ठा पूर्वक नहीं करते आम समाज गरीब लोंगों की कोई सुनवाई नहीं कितनी शिकायत पत्र दे दे परन्तु उसपर कोई कार्रवाई नहीं कोई जुबाब नहीं सब फाईलों में दफ्न हो जाता है चाहे किसी विभागीय अधिकारीगण के पास जाओ चाहे कोर्ट जाओ कोई इन्साफ नहीं मिलता आम गरीब असहाय लोग चक्कर पर चक्कर काट कर थक हार जाते हैं कुछ तो परलोक का रास्ता अख्तियार कर चले जाते हैं परन्तु न्याय नहीं मिलता।
बरर्ठीं भल्लू की असहाय दुःखद घटनाक्रम एक ताजी मिशाल है स्थानिय लोंगों ने इस जगह की शिकायत व सुचना भी दी थी परन्तु विभागीय लोगों के कान पर जुं नहीं सर्की जो हास्यास्पद विषय है क्या शासन प्रशासन कोई एक्शन लेगा कोई कार्रवाई होगी मुश्किल है नेता व सरकार कुछ राहत देकर अपना पल्ला झाड़ लेगें चार दिन समाचार पत्रों में छपता रहेगा और फिर भुल जायेंगे।
शासन प्रशासन से बिनम्र अपील रहेगी की अपनी काम फ़र्ज को निष्ठावान बनकर निभायें इन्सानियत का ज़मीर जिंदा रखें कुदरत का कहर और खेल निराला है पता नहीं कब ऊंठ किस करवट बदल जाए आम समाज गरीब असहाय लोंगों को जागना होगा और लापरवाही के लिए आवाज उठानी होगी जागो और जगाओ देश प्रदेश व समाज बचाओ आज किसी पर विश्वास भरोसा करना इन्सान की बढ़ी भूल होगी समाज में अनेकता को एकता में लाने का प्रयास करें राजनीति व नेताओं के पिछे घुमना छोड़ दो ये हमारा सुझाव व परामर्श है। जयहिंद
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