राजकीय महाविद्यालय रिवालसर में हिंदी भाषा प्रचार समिति का गठन”
राजकीय महाविद्यालय रिवालसर में हिंदी भाषा प्रचार समिति का गठन”
रिवालसर : अजय सूर्या /
राजकीय महाविद्यालय रिवालसर में हिंदी भाषा प्रचार समिति का गठन किया गया। समिति का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना, विद्यार्थियों में डिजिटल मंचों पर हिंदी लेखन और पठन-पाठन को बढ़ावा देना । छात्रों में रचनात्मक लेखन की रुचि का विकास करना । हिंदी दिवस, कवि सम्मेलन, साहित्यिक गोष्ठियों, नाटक, भाषण, निबंध लेखन आदि साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है।
इस अवसर पर समिति की कार्यकारिणी का गठन चुनाव प्रक्रिया द्वारा किया गया, जिसमें निम्नलिखित पदाधिकारी चुने गए:
अध्यक्ष: साधना, उपाध्यक्ष: पूजा शर्मा, सचिव: हेमलता, संयुक्त सचिव: प्रियानी शर्मा, कोषाध्यक्ष: ज्योति, मीडिया प्रभारी: तनु देवी
राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के संरक्षक (पैटर्न) महाविद्यालय के प्राचार्य आदरणीय डॉ. के. सी. कश्यप जी रहेंगे ।हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक कुलदीप कुमार इस समिति के मुख्य सहकार होंगे । हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक ने पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि “राजकीय महाविद्यालय रिवालसर में हिंदी भाषा प्रचार समिति का गठन”
राजकीय महाविद्यालय रिवालसर में हिंदी भाषा प्रचार समिति का गठन किया गया। समिति का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना, विद्यार्थियों में डिजिटल मंचों पर हिंदी लेखन और पठन-पाठन को बढ़ावा देना । छात्रों में रचनात्मक लेखन की रुचि का विकास करना । हिंदी दिवस, कवि सम्मेलन साहित्यिक गोष्ठियों, नाटक, भाषण, निबंध लेखन आदि साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है।
इस अवसर पर समिति की कार्यकारिणी का गठन चुनाव प्रक्रिया द्वारा किया गया, जिसमें निम्नलिखित पदाधिकारी चुने गए:
अध्यक्ष: साधना, उपाध्यक्ष: पूजा शर्मा, सचिव: हेमलता, संयुक्त सचिव: प्रियानी शर्मा, कोषाध्यक्ष: ज्योति, मीडिया प्रभारी: तनु देवी
राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के संरक्षक (पैटर्न) महाविद्यालय के प्राचार्य आदरणीय डॉ. के. सी. कश्यप जी रहेंगे ।हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक कुलदीप कुमार इस समिति के मुख्य सहकार होंगे । हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक ने पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति का गठन हमारे विद्यार्थियों में हिंदी के प्रति प्रेम और सम्मान की भावना को और मजबूत करेगा। इस समिति के माध्यम से छात्र-छात्राएँ साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी करेंगे, जिससे उनका व्यक्तित्व विकास होगा।
हिंदी हमारे देश की पहचान है और इसके प्रचार-प्रसार में युवा पीढ़ी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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