भ्रष्टाचार किस हद तक पार,नशा तस्करी और ठेकेदारी प्रथा का बोलबाला- समाज कहां सुधारने वाला- बालक राम शर्मा
भ्रष्टाचार किस हद तक पार,नशा तस्करी और ठेकेदारी प्रथा का बोलबाला- समाज कहां सुधारने वाला- बालक राम शर्मा
बिलासपुर ब्यूरो :
भ्रष्टाचार हर हद पार कर चुका है और नशा तस्करी और ठेकेदारी प्रथा बोलबाला समाज सुधार कैसे होने वाला
नौकरी नौकरी करता नौकरी मिल जाने अपने अतीत को भूल जाता
कुछ कर्मचारी घमंड और मगरूर होकर करते हैं आम लोंगों व वरिष्ठ लोंगों से बात-चीत और व्यवहार
आधिकारिगण को भी अपने (सबोर्डीनेट) अधिनस्थ पर ध्यान देने की जरूरत
शोसल मीडिय फेसबुक व्हाटसऐप इंस्टाग्रम यूट्यूब पर डाल सकते फोटो वीडियो
विभागीय लोग हर जगह हर लेवल पर अपना दायित्व निभायें अपना फ़र्ज समझें जिसा वेतन ले रहे हो
बेटी काव्य शर्मा जो +1 की छात्रा ने जो भ्रष्टाचार के प्रति अपने विचार व्यक्त किये ये सच्चाई को व्यां करते हुए बिल्कुल सही कहा है समाज की जनता को गंभीरतापूर्वक सोचना होगा
गांव समाज की बात बाद में विभागों में भ्रष्टाचार की बू आती है
हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष एंव एक्स सर्विसमैन सैनिक लीग बिलासपुर के अध्यक्ष वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हमारे देश प्रदेश में भ्रष्टाचार इतना बढ़ चुका है कि हर जगह भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है जहां भी जाओ जिस विभाग में जाओ भ्रष्टाचार की बू आती है पहले आम आदमी गरीब असहाय बता कर नौकरी के लिए दौड़धूप करता है परन्तु जब कहीं नौकरी मिल जाती है या कोई पद मिल जाता है तो वह सीधे तरीके बात नहीं करते आधिकारी से मिलने के लिए के लिए बात करे तो तरह तरह के सवाल करके परेशान करते हैं अगर कोई समस्य सहित पत्र दिया हो उसके बारे जानकारी प्राप्त करनी हो तो बहुत से बहाने बनाकर व टाल-मटोल करके बाहर बैठने को बोलकर इंतजार करने के लिए बोलते है फिर कोई नहीं पूछता और फिर दोबारा पुछे तो ये पत्र हमारे पास नहीं हमें जानकारी नहीं साहब बाहर हैं अभी बिजी हैं आम गरीब असहाय को परेशान करते हैं अपना कोई मतलब हो तो बहुत अच्छे से बिनम्र बात करते हैं।
प्रदेशाध्यक्ष वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने बताया कि निचे वाले कर्मचारी अपने उच्च आधिकारिगण को सही बात नहीं बताते और आम समाज के लोग परेशान होकर चक्कर काट कर थक जाते परन्तु विभाग के कर्मचारी अपने आप को पता नहीं क्या समझ बैठते हैं वह भी उसी गांव समाज के लोग हैं परन्तु सब भूल कर लोगों सही गाईड नहीं करते चाहे कोई 70 साल का हो या 69-50-40 साल का हो परन्तु बहुत से कर्मचारियों के बात करने का ढंग और व्यवहार एक घमंडी मगरूर जैसा होता है पता नहीं कुछ कर्मचारी बहुत अच्छे होते हैं परन्तु कुछ बहुत ही घमंडी मगरूरी से बात करते हैं पता नहीं कुछ लोग अपने अतीत को भूल जाते हैं किसी विभाग में किसी पद या कोई ऑपाईटमैंट पर बैठ जाते हैं तो अतीत को भूल जाते हैं
अक्सर ऐसा देखने में आया है पद प्रतिष्ठा का घमंड न कर अच्छे अनुशासन अच्छे आचरण का व्यावहार दिखाना चाहिए हमारे बिलासपुर में ऐसा ही देखने को मिल रहा है उम्र का लिहाज नहीं वरिष्ठता का भी कोई ध्यान नहीं ये आजकल अक्सर हो रहा है अपने अतीत को भूलने वाले शर्मनाक बात है। समझने की जरूरत है आजकल शोसल मीडिय का समय है पता नहीं कब कोई विडिओ फोटो डालकर समाज व न्युज में जनता के सामने आधिकारिगण को दिखा दे इसलिए सोच समझकर व्यवहार करें आम समाज गरीब असहाय लोंगों को परेशान न करें और आधिकारिगण को भी ध्यान रखने की जरूरत है कि आपके अधिनस्थ (सबोर्डीनेट) कहीं आपकी तोहींन तो नहीं करवा रहे दिन प्रतिदिन समय बदलता जा रहा है। जयहिंद
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