प्रदेश के प्रमुख वैरियर पर लम्बे समय से भारतोलक मशीन नदारद
प्रदेश के प्रमुख वैरियर पर लम्बे समय से भारतोलक मशीन नदारद
नूरपुर : विनय महाजन /
नूरपुर प्रदेश मे एक बैरियर जो पंजाब हिमाचल सीमा पर स्थित कंडवाल मे भाजपा विधायक रणवीर सिंह निक्का के आवास के कुछ दूरी पर है वहां पर सरकार के राजस्व को करोड़ों रुपए का हर वर्ष नुकसान पुणे का समाचार क्षेत्र में चर्चित है l यह समस्या लगभग 5 साल से चल रही लेकिन इस लापरवाही दोषी कौन है l प्रदेश की सीमा पर स्थित वाहरी राज्यों से कंडवाल बैरियर से रोजाना सैकड़ों ट्रक व ट्राले क्रेशर मटेरियल, ईंट, सरिया व अन्य भारी सामान लेकर हिमाचल में प्रवेश करते हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतने महत्वपूर्ण बैरियर पर आज तक भार तोलक मशीन (धर्म कांटा) ही स्थापित नहीं हो पाई है।प्रदेश की आर्थिक स्थिति पहले ही नाजुक है और ऐसे में नए राजस्व स्रोतों की अनदेखी बुद्धिजीवियों के लिए चिंतन का विषय बनी हुई है। गौरतलब है कि धर्म कांटा कई वर्ष पहले लगाए जाने का प्रस्ताव था, किंतु फोरलेन निर्माण के चलते यह मामला थम गया। अब जबकि फोरलेन का कार्य पूरा हो चुका है, फिर भी आरटीओ विभाग को एनओसी न मिलने के कारण मशीन की स्थापना अटकी हुई है।धर्म कांटा वह अहम साधन है, जिससे मालवाहक वाहनों का वास्तविक वजन जांचा जाता है और ओवरलोड पाए जाने पर अतिरिक्त शुल्क व जुर्माना लिया जाता है। लेकिन कंडवाल में मशीन न होने की वजह से रोजाना सैकड़ों वाहन—16, 18 और 22 टायरों वाले भारी ट्रक सहित—बिना वजन जांच के निकल जाते हैं। इससे सरकार को प्रतिदिन लाखों और सालाना करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान हो रहा है।इसके अलावा ओवरलोडेड वाहन नव-निर्मित फोरलेन सड़क को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। कई जगह सड़क धंस चुकी है, किनारे टूट रहे हैं और वाहनों का आवागमन भी असुरक्षित हो रहा है। इसके बावजूद विभागीय स्तर पर संवेदनशीलता की कमी साफ दिखाई दे रही है। इस मामले मे आरटीओ मनीष कुमार सोनी धर्मशाला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि धर्म कांटा लगाने के लिए आरटीडीसी (रज्जुमार्ग और तीव्र परिवहन प्रणाली विकास निगम) को फंड्स जमा करवा दिए गए हैं। एनओसी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा इस मामले मे मानवाधिकार मंच के सह-संयोजक राजेश पठानिया ने इसे गंभीर लापरवाही करार दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि तुनु हट्टी जैसे कम व्यस्त बैरियर पर धर्म कांटा चल रहा है, जबकि कंडवाल जैसे अत्यधिक व्यस्त और राजस्व-संभावनाओं से भरे बैरियर पर मशीन क्यों नहीं लगाई गई? उन्होंने कहा कि यह मामला जांच योग्य है क्योंकि प्रदेश को हर साल भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है।स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने सरकार से मांग की है कि कंडवाल बैरियर पर धर्म कांटा जल्द स्थापित कर ओवरलोडिंग पर रोक लगाई जाए और राजस्व क्षति को तत्काल रोका जाए


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