हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन नहीं, व्यवस्था का पतन हुआ है: गोविंद सिंह ठाकुर
हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन नहीं, व्यवस्था का पतन हुआ है: गोविंद सिंह ठाकुर
मनाली : ओम बौद्ध /
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने “व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर व्यवस्था का पतन किया गया है। बीते तीन वर्षों में इस सरकार ने पूरे प्रदेश को भ्रष्टाचार, माफिया तंत्र और कुशासन की गर्त में धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस पार्टी के अन्य नेता लगातार यह रोना रोते हैं कि केंद्र सरकार सहयोग नहीं कर रही है जबकि सच यह है कि विधानसभा के पटल पर खुद मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि हिमाचल को पिछले तीन वर्षों में केंद्र से लगभग 35 हजार करोड़ रुपये की भारी-भरकम वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है।
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि विधानसभा में भाजपा विधायक जीतराम कटवाल द्वारा मुख्यमंत्री से पूछे गए प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2023–24 में हिमाचल को 16,591 करोड़ रुपये मिले, वर्ष 2024–25 में 16,243 करोड़ रुपये मिले और वर्ष 2025–26 में अब तक 724 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि 2025-26 के अंत तक यह राशि भी लगभग सत्रह हजार करोड़ तक मिलेगी। इस प्रकार तीन वर्षों में हिमाचल को केंद्र से इतनी सहायता प्राप्त होना सरकार के दावों को ही कटघरे में खड़ा करता है।
पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि चौपाल से भाजपा विधायक बलबीर सिंह वर्मा द्वारा ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभागों से संबंधित प्रश्न पर भी विधानसभा में यह स्पष्ट किया गया कि इन दोनों विभागों को भी तीन वर्षों में केंद्र सरकार से साढ़े चार हजार करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। इतना ही नहीं, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने खुद स्वीकार किया है कि पिछले तीन वर्षों में हिमाचल प्रदेश को 20,000 करोड़ रुपये का जीएसटी मुआवजा भी केंद्र से मिला है।
गोविंद सिंह ठाकुर ने तीखे शब्दों में कहा कि जब प्रदेश को केंद्र से इतनी भारी धनराशि मिल रही है तो यह पैसा आखिर जा कहाँ रहा है। प्रदेश में विकास कार्य ठप पड़े हैं, योजनाओं के लिए बजट जारी नहीं हो रहा, कर्मचारियों को समय पर भुगतान नहीं हो रहा और सरकार हर साल हजारों करोड़ का नया कर्ज ले रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीतियों और कार्यशैली ने प्रदेश को वित्तीय संकट के मुहाने पर ला खड़ा किया है।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुक्खू की लगातार रोना-रोने वाली राजनीति और केंद्र पर आरोप मढ़ने की प्रवृत्ति उनकी विफलता को छिपाने का एकमात्र साधन बन चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल के विकास में निरंतर सहयोग कर रहे हैं और केंद्र ने राज्य को धन की कोई कमी नहीं छोड़ी है। इसके बावजूद कांग्रेस सरकार कभी आभार व्यक्त नहीं करती और हमेशा कृतघ्नता का परिचय देती है।


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