ज़िला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर केलांग में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
ज़िला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर केलांग में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
केलांग : ओम बौद्ध /
ज़िला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर आज एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन “समर्थ ” अभियान के अंतर्गत जिले के संग्रहालय सभागार में भव्य रूप से किया गया। डॉ सौरव गुप्ता एवं तन्मय गुप्ता ने इस कार्यशाला में जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य भूकंप प्रतिरोधी घरों के निर्माण हेतु सुरक्षित और आधुनिक निर्माण प्रथाओं को बढ़ावा देना था, जिससे जिले में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की क्षमता को सुदृढ़ किया जा सके।
इस कार्यक्रम में उपायुक्त लाहौल स्पीति किरण भड़ाना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। उपायुक्त ने इस अवसर पर ने अपने संबोधन में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के महत्व पर प्रकाश डाला और समुदाय के बीच जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने समथ 2025 अभियान की उपलब्धियों और आने वाले लक्ष्यों पर भी प्रकाश डाला।
कार्यशाला में स्थानीय निर्माण विशेषज्ञों, इंजीनियरों, सरकारी अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों और समुदाय के अन्य सदस्यों ने भाग लिया। कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने भूकंपरोधी घरों के डिजाइन, टिकाऊ और गुणवत्ता युक्त निर्माण सामग्री, तथा सुरक्षित निर्माण तकनीकों से संबंधित विस्तृत सत्र प्रस्तुत किए। तकनीकी और व्यावहारिक दोनों पक्षों को शामिल करते हुए, प्रतिभागियों को आधुनिक निर्माण विधियों और सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूक किया गया।
इस अवसर पर, किरण भड़ाना ने जिले में हाल ही में आई आपदा के दौरान असाधारण कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और महिला मंडलों,स्वयंसेवकों को प्रशंसा प्रमाणपत्र प्रदान किए। इन पुरस्कारों ने उनकी निष्ठा, साहस और समर्पण को सम्मानित किया, जो आपदा प्रबंधन में प्रेरणास्रोत हैं।
कार्यक्रम के महत्वपूर्ण अंग के रूप में पंचायत त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (Panchayat Quick Response Teams) का भी औपचारिक शुभारंभ किया गया। ये टीमें ग्रामीण स्तर पर आपदा के दौरान त्वरित और प्रभावी राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित की गई हैं। इस पहल से ग्रामीण पंचायतों में आपदा तैयारी एवं प्रतिक्रिया प्रणाली को और मजबूत बनाने की उम्मीद है।
कार्यक्रम के समापन पर जिला कलेक्टर ने सभी प्रतिभागियों, अधिकारियों, और समुदाय के सदस्यों से आवाहन किया कि वे आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सामूहिक रूप से कार्य करें और “समथ 2025” अभियान को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग दें। उन्होंने भरोसा व्यक्त किया कि इस तरह की कार्यशालाएं तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव को साझा करने का महत्वपूर्ण मंच बनेंगी, जिससे जिले में आपदा प्रतिरोधक बुनियादी ढांचे का विकास होगा।
यह कार्यशाला न केवल आपदा जोखिम न्यूनीकरण के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने में सहायक रही, बल्कि जिले की आपदा प्रबंधन क्षमताओं को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगी ।
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