बेरोजगारों को मित्रों जैसी नौकरी दे कर अपनी नाकामियों को छुपा रही प्रदेश सरकार : गोविंद ठाकुर - Smachar

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बेरोजगारों को मित्रों जैसी नौकरी दे कर अपनी नाकामियों को छुपा रही प्रदेश सरकार : गोविंद ठाकुर

 बेरोजगारों को मित्रों जैसी नौकरी दे कर अपनी नाकामियों को छुपा रही प्रदेश सरकार : गोविंद ठाकुर 


मनाली : ओम बौद्ध /

हिमाचल की राजनीति में इन दिनों एक नया शब्द तेजी से गूंज रहा है— ‘मित्रों की फौज’। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शनिवार को सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “प्रदेश को रोजगार का प्रदेश बनाने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार ने अब इसे ‘वन मित्र, बिजली मित्र, पशु मित्र’ जैसी कच्ची नौकरियों का प्रदेश बना दिया है। यह युवाओं के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है।”

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रेस से बातचीत में कहा कि हिमाचल के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरियां देने के बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार, अब हर नई भर्ती को ‘मित्र’ नाम देकर अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने 500 पशु मित्रों की भर्ती प्रक्रिया पर तंज कसते हुए कहा कि “आज पूरा सरकारी ढांचा ‘मित्र कल्चर’ पर चल रहा है, जबकि स्थायी नौकरियों का वादा चुनाव बाद कहीं खो गया। ऐसे में 500 पशु मित्रों की कच्ची भर्ती को अपनी उपलब्धि बताकर सरकार जनता की आंखों में धूल झोंक रही है, जबकि न यह नियमित नौकरी है, न इसका भविष्य सुरक्षित।

गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार युवाओं को कॉन्ट्रैक्ट और मानदेय आधारित योजनाओं में बांधकर उनकी मजबूरी का फायदा उठा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि—

“पिछले दो वर्षों में कितनी स्थायी सरकारी भर्तियाँ निकाली गईं? कितने पद भरे गए? चुनावी मंचों पर दी गई कौन-सी गारंटी पूरी हुई?”

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है, उद्योग ठप हैं, निवेशक दूरी बना रहे हैं और सरकारी विभागों में हजारों पद खाली पड़े हैं। बावजूद इसके सरकार की प्राथमिकता सिर्फ अपने राजनीतिक लोगों को ‘मित्र’ बनाकर मानदेय पर पद देना है, जो युवाओं का खुला शोषण है।

पूर्व मंत्री ने चेतावनी दी कि भाजपा इस “मित्र कल्चर” और युवाओं के साथ हुए छल का हर स्तर पर कड़ा विरोध करेगी।

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