घर से ही चल रहा था नशे का धंधा - Smachar

Header Ads

Breaking News

घर से ही चल रहा था नशे का धंधा

 घर से ही चल रहा था नशे का धंधा

छापे में मिला 2493 टैबलेट व कैप्सूल का जखीरा, चंबा में हड़कंप


-चंबा में नशीले कैप्सूल-टैबलेट का बड़ा जखीरा बरामद

चंबा : जितेन्द्र खन्ना /

जिला चंबा में नशे का खेल कितनी गहराई तक फैल चुका है, इसका ताजा उदाहरण जुलाहकड़ी मोहल्ले में देखने को मिला, जहाँ एक साधारण घर से 2493 नशीली टैबलेट व कैप्सूल बरामद होने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम, दवा निरीक्षक लबली ठाकुर की अगुवाई में जब हर्मीत पुत्र हरविंदर के घर पहुँची, तो भीतर छिपा नशे का भंडार खुलकर सामने आया। बाजार मूल्य 82,277 रुपये आंकी गई यह बरामदगी साफ बताती है कि नशे का कारोबार चुपचाप, घर की चारदीवारी के भीतर से ही चलता आ रहा था।

 घर की तलाशी में टपेंटा डोल टैबलेट्स 1469 और प्रिगाबालिन कैप्सूल 1024 बरामद किए गए। बरामद दवाइयों की कुल बाजार कीमत 82,277 रुपये आंकी गई है।

स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि हर्मीत युवाओं में आदतन उपयोग की जाने वाली हैबिट फॉर्मिंग ड्रग्स की बिक्री व सप्लाई में शामिल है। जब छापा मारा गया तो मौके पर हर्मीत कोई बिल, लाइसेंस या वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। बरामदगी और पूछताछ के बाद स्पष्ट हुआ कि आरोपित लंबे समय से इन नशीली दवाइयों की अवैध बिक्री कर रहा था।

जांच के दौरान हर्मीत ने खुलासा किया कि इस अवैध कारोबार में उसके साथ कुछ केमिस्ट और अन्य व्यक्ति भी जुड़े हुए हैं, जो युवाओं तक नशीली दवाइयों की सप्लाई में उसकी मदद करते थे। टीम अब इन सभी नामों की पुष्टि कर आगे की कार्रवाई की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। विभाग ने साफ संकेत दिए हैं कि इस नेटवर्क के हर सदस्य तक कानून की पहुंच होगी।

स्वास्थ्य विभाग ने उक्त बरामदगी के आधार पर आरोपी के विरुद्ध ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया है। यह अपराध बेहद गंभीर श्रेणी में आता है। अधिनियम की धारा के अनुसार दोषी पाए जाने पर अधिकतम 5 वर्ष का कारावास तथा न्यूनतम 1 लाख रुपये का जुर्माना निर्धारित है। टीम के मुताबिक आगे की पूछताछ में और भी खुलासे होने की संभावना है।


नशीली दवाओं का अवैध कारोबार जड़ें जमाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग सचेत है और ऐसी हर गतिविधि पर सख्त नजर रखी जा रही है। बरामद 2493 नशीली गोलियां यह संकेत देती हैं कि यह नेटवर्क छोटा नहीं बल्कि संगठित हो सकता है। यह सिर्फ एक शुरुआत है, आने वाले दिनों में ऐसे सभी आरोपितों तक कानून की पहुंच सुनिश्चित की जाएगी। जनता भी आगे आए और सूचना साझा करे।

जालम भरद्वाज, मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा

कोई टिप्पणी नहीं