समाजसेवा करने वालों पर अनचाहा प्रहार व सच्चाई सामने आने तक संयम बरतने की अपील सियासी दल राजनीति रोटिया ना सेके
समाजसेवा करने वालों पर अनचाहा प्रहार व सच्चाई सामने आने तक संयम बरतने की अपील सियासी दल राजनीति रोटिया ना सेके
नूरपुर : विनय महाजन /
नूरपुर प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के माजरा गांव में एक वीडियो वायरल होने के बाद जहां पूरे क्षेत्र में चिंता और भावनात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है वहीं प्रशासनिक जांच के बीच अब घटना से जुड़े कई तथ्यों और दावों पर भी धरातल पर नई तस्वीर आने लगी हैl उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण को लेकर एक जांच भी करने के आदेश उसे समय जारी कर दिए जब यह मामला राज भवन मे राज्यपाल के पास पहुंच गया l कुछ दिन पहले वीडियो में कुत्तों द्वारा एक घायल गाय पर हमला किए जाने की घटना ने क्षेत्र के लोगों को विचलित अवश्य किया लेकिन बाद में सामने आए कई बयानों ने स्पष्ट किया कि पूरी स्थिति उतनी सीधी नहीं है जितनी सोशल मीडिया पर दिखाकर राजनीति रोटियां सेकने में लगे हैं कुछ भू नेता ऐसी चर्चाएं क्षेत्र में चर्चित है l गौरतलव है कि इस मामले में कुछ क्षेत्र के लोगों ने आरोप लगाया था कि पठानकोट की एक महिला द्वारा चलाई जा रही संस्था “वॉइस लैस फाउंडेशन” में जिंदा गायों को कुत्तों के सामने फेंका जाता है। यह दावा वायरल वीडियो के चलते और भी जोर पकड़ता दिखा।हालांकि इस मामले में एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर ने स्पष्ट किया कि संस्था में कुत्तों के शेल्टर और गौशाला अलग-अलग हिस्सों में स्थित हैं और उनके बीच पार्टीशन भी बना हुआ है।प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, गाय पार्टीशन वाले हिस्से से गलती से कुत्तों के एरिया में पहुंच गई, जिससे यह हादसा हुआ। अधिकारी ने यह भी कहा कि पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की जा रही है, इसलिए किसी निष्कर्ष पर पहुंचने में जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए।
वही इस मामले मे डीएसपी के अनुसार वीडियो सामने आते ही पुलिस मौके पर पहुंची घायल गाय को सुरक्षित निकालकर उपचार के लिए गौशाला भेजा गया एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है उन्होंने कहा कि तथ्य सामने आने पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी l घटना पर फाउंडेशन के संचालक भारत चौधरी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि संस्था पिछले 3 साल से सक्रिय है।उनके पास 300 के करीब आवारा कुत्ते और 11 गायें थीं। संबंधित गाय को 2 वर्ष पहले घायल अवस्था में सड़क से उठाकर अपनी गौशाला में लाया गया था।गाय का शेड टूट गया और वह गलती से धायल गाए कुत्तों वाले हिस्से में चली गई यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था।”
घटना के बाद सभी गायों को पंजाब के देहरीवाल स्थित सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। इस मामले मे भारत चौधरी ने अपील की कि घटना को राजनीतिक रंग देकर समाजसेवा को बदनाम न किया जाए। उन्होंने कहा कि हिमाचल में जो जमीन है वह उनकी बहन के नाम है जो हिमाचल की रहने वाली है।
वही कुछ सामाजिक संगठनों का कहना है कि सड़क पर असंख्य बेसहारा पशु रोज़ तड़पते हैं, लेकिन उनकी मदद को बहुत कम लोग आगे आते हैं।
ऐसे में यदि कोई संस्था पशुओं के लिए शेल्टर संचालित कर रही है, तो बिना जांच के उसके खिलाफ माहौल बनाना अनुचित है।


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