‘व्यवस्था पतन’ के 3 साल का जश्न* यह प्रदेश का दुर्भाग्य है :- त्रिलोक कपूर
‘व्यवस्था पतन’ के 3 साल का जश्न* यह प्रदेश का दुर्भाग्य है :- त्रिलोक कपूर
HRTC को तबाह कर रैली के लिए 1500 बसें झोंकना जनता के साथ खुला विश्वासघात
11 दिसंबर को आधा हिमाचल रहेगा बस सेवा से वंचित, यात्रियों को भुगतनी पड़ेगी कीमत
लाभार्थियों पर दबाव, मंत्री बने प्रभारी – सरकारी मशीनरी का खुला दुरुपयोग
धर्मशाला
भाजपा प्रदेश वरिष्ठ प्रवक्ता त्रिलोक कपूर ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की जनता आज अपने अधिकारों और सुविधाओं के लिए त्रस्त है, लेकिन कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर को “व्यवस्था-पतन के तीन साल के पतन” का बेशर्मी से जश्न मनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को भी यह भली-भांति पता है कि हिमाचल में आज “दुःख की सरकार” चल रही है, इसी कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं को भी इस तथाकथित जश्न में आने से कन्नी काट रहे है । यह साफ दर्शाता है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व भी अपनी हिमाचल सरकार की पूर्ण विफलता को स्वीकार कर चुका है।
HRTC की बर्बादी और सरकार का वित्तीय पाखंड
त्रिलोक कपूर ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी तीन वर्षों की विफलताओं पर पर्दा डालने के लिए जश्न का नाटक कर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश की जीवनरेखा माने जाने वाले हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) को सरकार ने गर्त में धकेल दिया है। HRTC का कुल घाटा ₹2200 करोड़ के पार पहुंच चुका है। 9000 से अधिक पेंशनरों का ₹500 करोड़ से ज्यादा का भुगतान लंबित पड़ा है। कर्मचारी अपने चिकित्सा बिलों के भुगतान के लिए भटक रहे हैं, वहीं दुर्घटना पीड़ितों को समय पर मुआवजा नहीं मिल पा रहा। इसके बावजूद HRTC का जहाज हर महीने लगभग ₹70 करोड़ के घाटे में डूबता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में सरकार द्वारा जश्न मनाना वित्तीय पाखंड और संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। कांग्रेस सरकार के लिए लोक-कल्याण नहीं, केवल राजनीतिक दिखावा ही सर्वोपरि है।
रैली के लिए 1500 बसों की अवैध बुकिंग,आम जनता पर सीधा हमला
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 11 दिसंबर की रैली के लिए करीब 1500 बसों की बुकिंग कर HRTC को और अधिक आर्थिक संकट में धकेल दिया है। सरकार इन बसों को मुफ्त या नाममात्र किराए पर रैली में झोंक रही है। यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि जिस सरकार के पास पेंशनरों के भत्ते, कर्मचारियों के मेडिकल बिल और दुर्घटना पीड़ितों के मुआवजे के लिए धन नहीं है, वह इन बसों के किराए का भुगतान आखिर कब और कैसे करेगी?
यह सीधा हमला उस आम जनता की सुविधा पर है, जो रोजमर्रा के जीवन में HRTC की बसों पर निर्भर है। इस राजनीतिक स्वांग के लिए सरकार ने कर्मचारियों के सम्मान और आम आदमी की जरूरतों को पूरी तरह दरकिनार कर दिया है।
11 दिसंबर को प्रदेश का जन-जीवन होगा अस्त-व्यस्त
त्रिलोक कपूर ने कहा कि 11 दिसंबर को होने वाले इस तथाकथित जश्न के कारण प्रदेश के लगभग 50 प्रतिशत बस रूट यानी करीब 1500 रूट सीधे तौर पर प्रभावित होंगे। दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले आम नागरिक, छात्र, कर्मचारी, मरीज और मजदूर सबसे अधिक परेशान होंगे। निजी क्षेत्र में कार्यरत हजारों लोग समय पर कार्यालय नहीं पहुंच पाएंगे, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
सबसे बड़ी विडंबना यह है कि हजारों यात्रियों ने पहले से ही ऑनलाइन टिकट बुक करवा रखे हैं। अब उन्हें अंतिम समय में यात्रा रद्द होने, धन की बर्बादी और भारी अव्यवस्था का सामना करना पड़ेगा। त्रिलोक कपूर ने सवाल किया कि इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा? क्या सरकार इसके लिए कोई जवाबदेही लेने को तैयार है?
लाभार्थियों पर जबरन दबाव, मंत्री बने प्रभारी
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार रैली को सफल दिखाने के लिए लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने का दबाव बना रही है। सरकार के मंत्री स्वयं प्रभारी बनकर लाभार्थियों पर रैली में पहुंचने का दवाब डाल रहे हैं। यह लोकतंत्र का खुला अपमान है और सरकारी मशीनरी का घोर दुरुपयोग है। जनता को जबरन राजनीतिक तमाशे का हिस्सा बनाना कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता को उजागर करता है।
बस बुकिंग रद्द कर जनता से माफी मांगे सरकार : भाजपा
त्रिलोक कपूर ने भाजपा की ओर से मांग की कि प्रदेश सरकार तत्काल प्रभाव से इस गैर-जिम्मेदाराना बस बुकिंग को रद्द करे और इस धनराशि का उपयोग HRTC के पेंशनरों के लंबित भुगतान, कर्मचारियों के मेडिकल बिलों और दुर्घटना पीड़ितों के मुआवजे के लिए करे।
उन्होंने कहा कि यह समय जश्न मनाने का नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और वित्तीय ईमानदारी दिखाने का है। जब तक HRTC के पेंशनरों को उनका हक नहीं मिल जाता और आम जनता को राहत नहीं दी जाती, तब तक यह तीन साल का जश्न केवल जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयत्न है।
त्रिलोक कपूर ने कहा कि यह लड़ाई केवल HRTC की नहीं, बल्कि हर उस हिमाचली नागरिक की है, जिसके हक को कांग्रेस सरकार अपने झूठे प्रचार और खोखले जश्न के नीचे कुचल रही है। भाजपा इस जन-विरोधी फैसले का सड़कों से लेकर सदन तक पुरजोर विरोध करेगी।


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